दिल्ली
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों की बढ़ती तादात को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया गया। गाजीपुर बॉर्डर पर रविवार रात से ही 12 लेयर की बैरिकेडिंग कर दी गई है। ये बैरिकेडिंग दिल्ली पुलिस की तरफ से की गई है। पुलिस को आशंका है कि 1 फरवरी यानि आज जिस दिन संसद में बजट सत्र पेश होना है, ऐसे में किसान कहीं दिल्ली की तरफ कूच ना कर दें, इसी आशंका के चलते यह बैरिकेडिंग की गई है।
नोएडा के लिए अक्षरधाम पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हैं। 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर हुई घटना के बाद लगातार किसान वापस जा रहे थे, उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गाजीपुर बॉर्डर को खाली करने का आदेश भी दिया गया था, लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के मीडिया के सामने रोने के बाद से एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की उमड़ना शुरू हो गया। गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों का हुजूम लगना शुरू हो गया है। दूर-दूर तक एक बार फिर ट्रैक्टर ट्रॉली की कतार नजर आ रही है।
रोड पर बैरिकेडिंग और कटींली तार भी लगाए गए 1 फरवरी, सोमवार को संसद में बजट पेश होना है, ऐसे में किसानों के दिल्ली कूच करने की आशंका को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है। किसान आंदोलन के स्थल के आसपास पुलिस ने सख्त पहरा लगा दिया है। राजधानी दिल्ली के सभी मुख्य मार्गों पर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। रोड पर बैरिकेडिंग और कटींली तार भी लगा दिए गए हैं। एक तरफ जहां सराय काले खां और प्रगति मैदान से अक्षरधाम और गाजीपुर जाने वाले रास्ते पर बसों को खड़ा किया गया है तो वहीं दूसरी ओर गाजीपुर से अक्षरधाम होते हुए प्रगति मैदान की ओर जाने वाले रास्ते पर पत्थर के बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। किसान दिल्ली की तरफ ना आएं, इसको ध्यान में रखते हुए एनएच 9 को बंद कर दिया गया है।
Source : Agency